मनुस्मृति वास्तव में सवर्ण हिन्दुओं के अधिकारों के लिए चार्टर है , जबकि दलितों के लिए दासता की बाइबिल है
------- डॉ . बी . आर . अम्बेडकर
एक मनुष्य को इतना पतित समझा जाये कि उसको छूने से भी परहेज करें , ऐसी घृणित प्रथा हिन्दुधर्म के आलावा किसी भी अन्य धर्म में नहीं मिलेगी
सब जनों में ईश्वर को मानने वाले और व्यवहार में मनुष्य को पशु से भी ज्यादा गिर प्राणी समझने वाले लोग धूर्त और महापाखंडि है
------- डॉ . बी . आर . अम्बेडकर
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